Tuesday, 6 March 2018

13 प्रेरणादायक चाणक्य नीति

कुछ प्रेरणादायक चाणक्य नीति

चाणक्य राजनीतिक विज्ञानं के महा ज्ञाता थे। वो भारत के शास्त्रीय अर्थशास्त्र के एक महान शिक्षक थे। उनका मौर्य साम्राज्य के विकास और मार्ग दर्शन में बहुत बड़ा योगदान रहा। साथ ही वह एक महान विचारक और दार्शनिक भी थे। उनकी शिक्षाओं को दो पुस्तकों- अर्थशास्त्र और चाणक्य नीती में एक साथ रखा गया है।
उनके महान प्रेरणादायक विचार हर किसी को जीवन, प्रेम, महिलाओं से जुड़े चीजों के विषय में ज्ञान देते हैं। आज उन्हीं में से कुछ महत्वपूर्ण और ज्ञानवर्धक चाणक्य उद्धरण आपके लिए हम ले कर आये हैं।
1-फूलों की खुशबू  हमेशा केवल हवा की दिशा में फैलती है लेकिन एक व्यक्ति की भलाई सभी दिशाओं में फैलती है।
2. God is not present in idols. Your feelings are your god. The soul is your temple. Chanakya
भगवान मूर्तियों में मौजूद नहीं है। आपकी भावनाएं आपका भगवान हैं और आत्मा आपका  मंदिर है।
3. Education is the best friend. An educated person is respected everywhere. Education beats the beauty and the youth.
शिक्षा सबसे अच्छी दोस्त है एक शिक्षित व्यक्ति को हर जगह सम्मान मिलता है । शिक्षा सौंदर्य को पीछे छोड़ देती है।            
4. Books are as useful to a stupid person as a mirror is useful to a blind person. 

पुस्तकें एक बेवकूफ व्यक्ति के लिए उपयोगी होती हैं जैसे कि एक अंधे व्यक्ति के लिए दर्पण उपयोगी होता है।
5. The biggest guru-mantra is: never share your secrets with anybody. It will destroy you.
सबसे बड़ा गुरु मंत्र है: किसी के साथ, अपने रहस्य कभी भी साझा नहीं करें। यह आप को नष्ट कर देगा।
6. A person should not be too honest. Straight trees are cut first and honest people are screwed first.
एक व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना चाहिए सीधे पेड़ पहले काट दिए जाते हैं और ईमानदार लोगों को पहले खराब कर दिया जाता  है।
7. As soon as the fear approaches near, attack and destroy it.
जैसे ही डर  निकट आये, तुरंत ही हमला करके उसे नष्ट कर देना चाहिये। 
8. The earth is supported by the power of truth; it is the power of truth that makes the sun shine and the winds blow; indeed all things rest upon truth.
पृथ्वी सच्चाई की शक्ति का समर्थन करती है। यह सच्चाई की शक्ति है जो सूरज में चमक और हवाओं को उड़ा देती है; वास्तव में सब बातें को सत्य पर निर्भर  है।
9. As a single withered tree, if set aflame, causes a whole forest to burn, so does a rascal son destroy a whole family.
एक सूखे वृक्ष अगर आग पकड़ ले  तो पूरे जंगल के  जलने का कारण बन जाता है, वैसे ही  एक दुष्ट पुत्र पूरे परिवार को नष्ट कर देता है    
10. Never make friends with people who are above or below you in status. Such friendships will never give you any happiness.
कभी भी उन लोगों के साथ दोस्त नहीं बनें जो स्थिति में ऊपर या नीचे हैं इस तरह से दोस्ती से  कभी आपको कोई खुशी नहीं होगी।
11. A man is born alone and dies alone; and he experiences the good and bad consequences of his karma alone; and he goes alone to hell or the Supreme abode.
एक आदमी अकेला पैदा होता है और अकेला मर जाता है; और वह अकेले अपने कर्म के अच्छे और बुरे परिणाम अनुभव करता है; और वह नरक या स्वर्ग  के लिए अकेले ही जाता है।
12. Once you start a working on something, don’t be afraid of failure and don’t abandon it. People who work sincerely are the happiest.
एक बार जब आप किसी काम को करना शुरू करते हैं, तो विफलता से  मत डरिये और उसे छोड़िये मत। जो लोग ईमानदारी से काम करते हैं, वे सबसे ज़्यादा खुश हैं।
13. As long as your body is healthy and under control and death is distant, try to save your soul; when death is immanent what can you do?
जब तक आपका शरीर स्वस्थ और नियंत्रण में है और मृत्यु दूर है, अपनी आत्मा को बचाने की कोशिश करें; जब मृत्यु समक्ष है, तो आप क्या कर सकते हैं?    

शहीद भगत सिंह के प्रेरणादायक विचार

ब्रिटिश सरकार का मुक़ाबला किया, वह आज के युवकों के लिए एक बहुत बड़ा आदर्श और प्रेरणा स्त्रोत है। इन्होंने ब्रिटिश सरकार के केन्द्रीय संसद (सेण्ट्रल असेम्बली) में बम फेंककर भी भागने से मना कर दिया। जिसके फलस्वरूप इन्हें 23 मार्च 1931 को इनके दो अन्य साथियों, राजगुरु तथा सुखदेव के साथ फाँसी पर लटका दिया गया। सारे देश ने उनके बलिदान को बड़ी गम्भीरता से याद किया।
नाम- शहीद भगत सिंह (Shahid Bhagat Singh) – [भगत सिंह की जीवनी पढ़ें] 
जन्म- 28 सितम्बर 1907 जारनवाला तहसील, पंजाब, ब्रिटिश भारत (Jaranwala Tehsil, Punjab, British India)
मृत्यु- 23 मार्च 1931 (23 वर्ष कि आयु में) लाहौर, पंजाब, ब्रिटिश भारत (Lahore, Punjab, British India)
#1 Revolution is an inalienable right of mankind. Freedom is an imperishable birth right of all. Labour is the real sustainer of society.
क्रांति मानव जाती का एक अपरिहार्य अधिकार है। स्वतंत्रता जीवन में कभी भी समाप्त ना होने वाला जन्म सिद्ध अधिकार है। श्रम मानव समाज का वास्तविक निर्वाहक है।
#2 The sanctity of law can be maintained only so long as it is the expression of the will of the people.
कानून की पवित्रता तब तक कायम/बनी रह सकती है, जब तक कि वो लोगों कि इच्छा की अभिव्यक्ति करे।
#3 Any man who stands for progress has to criticize, disbelieve and challenge every item of the old faith.
कोई भी व्यक्ति जो जीवन में आगे बढ़ने के लिए तैयार खड़ा हो उसे हर एक रूढ़िवादी चीज की आलोचना करनी होगी, उसमे अविश्वास करना होगा और चुनौती भी देना होगा।
#4 Merciless criticism and independent thinking are the two necessary traits of revolutionary thinking.
निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार, ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं।
#5 I emphasize that I am full of ambition and hope and of full charm of life. But I can renounce all at the time of need, and that is the real sacrifice.
मैं इस विषय पर जोर देता हूँ कि मैं महत्वकांशा, आशा और जीवन के प्रति आकर्षण से भरा हुआ हूँ। परन्तु मैं आवश्यकता पड़ने पर यह सब त्याग/छोड़ भी सकता हूँ, और वही सच्चा बलिदान है।
#6 If the deaf are to hear, the sound has to be very loud. When we dropped the bomb, it was not our intention to kill anybody. We have bombed the British Government. The British must quit India and make her free.
अगर बहारों को सुनना, तो आवाज को बहुत ही जोरदार होना होगा। जब हमने बम गिराया, तो हमारा इरादा किसी को मरना नहीं था। हमने बम गिराया ब्रिटिश हुकूमत पर। ब्रिटिश सरकार को भारत छोड़ना चाहिए और आज़ाद करना चाहिए।
#7 It is easy to kill individuals but you cannot kill the ideas. Great Empires crumbled, while the ideas survived.
किसी भी इंसान को मारना आसान है, परन्तु उसके विचारों को नहीं। महान साम्राज्य टूट जाते हैं, तबाह हो जाते हैं, जबकि उनके विचार बच जाते हैं।
#8 Bomb and Pistons do not make a revolution. The Sword of revolution is sharpened on the whetting-stone of ideas.
बम और पिस्तौल कभी भी क्रांति नहीं लाते। क्रांति कि तलवार तो विचारों के पत्थर से तेज किया जाता है।
#9 Every tiny molecule of Ash is in motion with my heat I am such a Lunatic that I am free even in Jail.
राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है, मैं एक ऐसा पागल हूँ जो जेल में भी आज़ाद हूँ।
#10 Revolution did not necessarily involve sanguinary strife. It was not a cult of bomb and pistol.
यह महत्वपूर्ण नहीं था कि क्रांति में अभिशप्त संगर्ष शामिल हो। यह बम और पिस्तौल का रास्ता नहीं था।





चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय

चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के बदरका गांव में हुआ था। उनके माता-पिता पंडित सीताराम तिवारी और जगरानी देवी थे। पं. सीताराम तिवारी अलीराजपुर के पूर्वी इलाके में सेवा करते थे (जो वर्तमान में मध्य प्रदेश में स्थित है) और चंद्र शेखर आजाद का बचपन गांव भवरा में बिता था। अपनी मां जगरानी देवी के आग्रह पर, चंद्रशेखर आज़ाद संस्कृत का अध्ययन करने के लिए काशी विद्यापीठ, बनारस गए थे।

क्रन्तिकारी गतिविधियाँ Revolutionary activities

चंद्रशेखर आज़ाद 1919 में अमृतसर के जलीयावाला बाग हत्याकांड में काफी परेशान हुए। 1921 में, जब महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन शुरू किया, तब चंद्रशेखर आज़ाद सक्रिय रूप से क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल हुए और उन्हें कैद हो गई। क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल होने के कारण चन्द्रशेखर पकड़े गए, उन्होंने पंद्रह वर्ष की उम्र में अपनी पहली सजा प्राप्त की। जब मजिस्ट्रेट ने उनका नाम पूछा, तो उन्होंने कहा “आजाद”(जिसका अर्थ स्वतंत्र) और उन्होंने चाबुक के प्रत्येक धार के साथ युवा चंद्रशेखर ने “भारत माता की जय” चिल्लाया। तब से चंद्रशेखर ने आजाद का खिताब ग्रहण किया और चंद्रशेखर आजाद के नाम से प्रसिद्ध हुए। चंद्रशेखर आज़ाद ने वचन दिया कि उन्हें ब्रिटिश पुलिस द्वारा कभी गिरफ्तार नहीं किया जाएगा और वह मुक्त व्यक्ति के रूप में मौत को गले लगायेंगे।
जब चंद्रशेखर आजाद को असहयोग आंदोलन के निकाल दिया तो वे बहुत आक्रमक और क्रांतिकारी आदर्शों के प्रति आकर्षित हुए। उन्होंने अपने आप को वचनबद्ध किया कि किसी भी हालत में वे आजादी दिला कर रहेंगे। सबसे पहले चंद्रशेखर आज़ाद और उनके सहयोगियों ने ब्रिटिश अधिकारियों को निशाना बनाया, जो सामान्य लोगों और स्वतंत्रता सेनानियों के खिलाफ अत्याचार करने कार्यों के लिए जाने जाते थे। चंद्रशेखर आजाद (1926) में काकोरी ट्रेन डकैती में शामिल हुए, और उन्होंने वाइसराय की ट्रेन (1926) में रखा खजाना लूट लिया, और लाला लाजपतराय की मृत्यु का बदला लेने के लिए (1928) में सौन्दर्स को गोली मर दी।

हिंदुस्तान रिपब्लिकन सोशलिस्ट एसोसिएशन HRSA

भगत सिंह और सुखदेव और राजगुरु जैसे अन्य सहयोगियों के साथ, चंद्रशेखर आजाद ने हिंदुस्तान रिपब्लिकन सोशलिस्ट एसोसिएशन (HRSA) का गठन किया। एच आर एस ए भारत की भविष्य की प्रगति के लिए और भारतीय स्वतंत्रता और समाजवादी सिद्धांतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध था। चंद्रशेखर आजाद ब्रिटिश पुलिस के लिए एक भय बन चुके थे। ब्रिटिश पुलिस की प्रहार सूचि में चंद्रशेखर आजाद नाम था और ब्रिटिश पुलिस उनको ज़िंदा या मरा हुआ पकड़ना चाहती थी।

चंद्रशेखर आज़ाद मृत्यु Death

27 फरवरी, 1931 को चंद्रशेखर आजाद ने अल्फ्रेड पार्क अल्लाह में अपने दो साथियों से मुलाकात की। वह एक मुखबिर थे, उनके द्वारा धोखा दिया गया था, जिसने ब्रिटिश पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस ने पार्क को चारों तरफ से घेर लिया और चंद्रशेखर आजाद को आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया। चंद्रशेखर आजाद ने अकेले ही बहादुरी से लड़ाई की और तीन ब्रिटिश पुलिस कर्मियों को मार गिराया। लेकिन खुद को चारों ओर से घिरे हुए पाया और जब उनके पास बचने के लिए कोई रास्ता नहीं दिखाई दिया, तब चंद्रशेखर आजाद ने खुद को गोली मार दी। इस तरह उन्होंने ज़िंदा नहीं पकड़े जाने की प्रतिज्ञा को पूरा किया।


मातृ -पितृ दिवस पर निबंध

हिन्दू परिवारों में यह आम बात है कि बच्चे अपने माता पिता के पैरों को छूकर आशीर्वाद ग्रहण करते हैं। कुछ बच्चे तो अपने माता पिता के पैर हर दिन सवेरे छूकर आशीर्वाद लेते हैं।
हिन्दू धर्म में माता पिता की पूजा रिवाजों का एक हिस्सा है। माँ को बच्चों का पहला गुरु माना जाता है और पिता को दूसरा माना जाता है। इसीलिए तो कहा जाता है –
माताः पिताः गुरू दैवं
यह संस्कृत का एक प्रसिद्ध हिन्दू बोल हैं जिसमें माता पिता को शिक्षक का दर्ज़ा बताया गया है। यह वाक्य वेदों और पुराणों से लिया गया है जिसमें माता पिता को सम्मान दिया गया है।
माता पिता हमारा ख्याल रखते है बचपन से लेकर बड़े होने तक। बिना कोई आस के वो हमें पढ़ाते है, लिखाते हैं और साथ ही दिन रात हमारी चिंता करते हैं। हमारा कर्तव्य होता है कि हम अपने माता पिता का सम्मान करें और साथ ही उनका ख्याल रखें।
उनका भी एक ऐसा समय अत है जब उन्हें हमारी जरूरत होती है वो है उनके बुढ़ापे के समय। ऐसे समय में हमें उनका साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए।
Bhartiya Janata Party (BJP) भारतीय जनता पार्टी सरकार, छत्तीसगढ़ में मुख्य मंत्री रमन सिंह ने 14 फरवरी वैलेंटाइन दिवस को मातृ -पितृ दिवस के रूप में आधिकारिक तौर पर छत्तीसढ़ में मनाने के लिए घोषित किया।
वैसे तो छत्तीसगढ़ में 14 फरवरी को मातृ पितृ दिवस के रूप में 2012 से पूरा राज्य मानते आरहा है। वैसे तो मातृ पितृ दिवस की शुरुवात जेल में बैठे आसाराम बापू ने की थी।
इस व्यवस्था को पूरी तरीके से लागु करने के लिए छत्तीसगढ़ लोक शिक्षण संचालनालय Directorate of Public Instructions (DPI) ने वर्ष 2017 में घोषित किया कि मातृ पितृ दिवस प्रतिवर्ष 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के दिन मनाया जायेगा।
सरकार ने मातृ पितृ दिवस का दिन पालन करने के लिए 2013-2014 में सर्कुलर भी पास करवाया था।

अंग्रेजी बोलना कैसे सीखें?

हमारे देश India में English सिखने का एक अलग ही Importance है। नए भारत में इसकी आवश्यकता दिन ब दिन बढ़ते चले जा रहा है।
अंग्रेजी भाषा विश्व भर में सबसे ज्यादा बोली जानी वाली भाषा है। हमारे देश में अन्य-अन्य राज्य में कई भाषाओँ का बोलने में उपयोग होता है। लेकिन तब ही ऐसा कोई राज्य या जगह नहीं होगा जहाँ English का उपयोग ना होता हो। आप किसी भी Government या Non-Government Office में चले जाईये अंग्रेजी में काम और बातचीत करते लोग आपको दिख जायेंगे।
अंग्रेजी एक ऐसी भाषा है जो आपको आगे बढ़ने की एक नयी उम्मीद देता है और दुसरे देशों के लोगों से जुड़ने की काबिलियत देता है। हम यह नहीं कह रह की आप अपने मातृ भाषा को भूल जाएँ या वो ख़राब है, हम यह कहना चाह रहे हैं की आप अपने Home Languages के साथ-साथ English को भी बोलना लिखना सीखें।
आज के इस Technology के युग में अंग्रेजी की बहुत आवश्यकता है। यहाँ तक की Parliament में भी अंग्रेजी भाषा को एक Official भाषा के रूप में मान्यता दिया है।
अगर आप मात्र अपने राज्य की भाषा बोलना या लिखना जानते हैं तो आप अपने राज्य तक ही सिमित हैं, अगर आप हिंदी बोलना जानते हैं तो आप की पहुँच भारत के कोने-कोने तक होगी पर अगर आप अंग्रेजी बोलना और लिखना सिख जाते हैं जो आप विश्व के कोने-कोने तक आपनी बात पहुंचा सकते हैं।
अगर आपकी English अच्छी नहीं है तो चिंता ना करें आज इस पोस्ट से आपको कुछ ऐसे Tips बताएँगे जो आपको English सिखने के पहले Step में बहुत मदद होंगे और इससे आपका उत्साह भी बढेगा।

अंग्रेजी बोलना सिखने के लिए 5 मुख्य नियम?

 #1 अगर English में बात करना चाहते हैं तो Grammar पर ध्यान देना बंद करें

Grammar पर ध्यान ना देने वाला बात वैसे सुनाने में तो बड़ा ही अजीब लगता है पर यह सही है। यह Spoken English सिखने का पहला Step है। अगर आप Student हैं और Engilsh में आपको Exam देना है तो आपको Grammar पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है पर अगर आपको English बोलना है तो Grammar की जरूरत नहीं है।
English में बोलते समय Grammar पर ध्यान देने से आप Confuse हो जायेंगे और उसके कारण आपका अंग्रेजी में बात करना Slow हो जायेगा। आपका ध्यान Grammar के नियमों पर होने के कारण आप बोलते समय घबराने लगेंगे जिसके कारन आप Fluent English नहीं बोल पाएंगे।
आपको यह जान कर हैरानी होगी कि दुनिया में मात्र 20% अंग्रेजी बोलने वालों को ही Grammar का सही Knowledge है और बाकि साब बिना Grammar लगाये बात करते हैं। इन 20% में जो लोग खासकर आते हैं वे Teachers और Students होते हैं जो बड़े Universities से जुड़े हैं जबकि बाकी 80% अंग्रेजी बोलने वाले व्यक्ति बड़े Speakers और साधारण लोग होते हैं।
अगर आप इस चीज को Check करना चाहें तो ध्यान से किसी TV पर बड़े Speaker के English Speech को सुन सकते हैं। वहां आपको ज़रूर 90% लोगों के English Speaking में आपको ढेर साड़ी Grammar में गलतियां मिल जाएगी। पर इसका मतलब यह नहीं है की उनको English बोलना नहीं आता है। Spoken English में आपको दो चीजों का ध्यान रखना है कुछ SimpleEnglish के Words और Confidence से बात करने की जरूरत है।

#2 English के Phrase पढ़ें

लोग English के शब्दों(Vocabulary) पर ज्यादा ध्यान देते हैं और उनको जोड़ कर अच्छे Sentence बनाने की कोशिश करते हैं। पर ऐसा करने से वे कोई अच्छा Sentence बना नहीं पाते हैं। ऐसा इस लिए होता है क्योंकि वे शुरुआत में Phrases पर ध्यान नहीं देते हैं। जब कोई भी बच्चा पहली बार किसी भी भाषा को बोलना सीखता है Words और वाक्यांश/वाक्य (Phrase) दोने एक साथ सीखता है इसीलिए वो झट से उस भाषा को सिख लेता है। इसलिए सबसे पहले आपको English के Phrase सिखने होंगे।
अगर आपको 1000 अंग्रेजी शब्द पता हैं, तो शायद ही आप एक अच्छा Sentence बना पाएंगे पर अगर आप एक Phrase जानते हैं तो आप 100 से भी अधिक सही Sentence आसानी से बना सकते हैं।

#3 English सिखने के साथ-साथ बोलने का Practice करना भी आवश्यक है

पढना, सुनना, और बोलना किसी भी भाषा को सिखने के लिए बहुत आवश्यक है लेकिन अगर आपको मक्खन के जैसे अंग्रेजी बोलना सीखना है तो Speaking पर सबसे ज्यादा ध्यान देना होगा। जिस प्रकार बच्चे पहले बोलना सीखते हैं उसके बाद पढना और आखरी में लिखना उसी प्रकार English बोलना सिखने के लिए भी यह क्रम अनुसार होना बहुत आवश्यक है – सुनना < बोलना < पढना < लिखना
पहले मुश्किल की बात तो यह है की स्कूलों में पहले पढना < लिखना < सुनना < बोलना सिखाया जाता है जिसकी वजह से English बोलने में मुश्किल होती है। दूसरी मुश्किल की बात यह है कि बहुत सारे लोग पढ़ते भी हैं और सुनते भी हैं पर बोलने की Practice नहीं करते। इसलिए जितना हो सके School, Office और यहाँ तक की घर में भी English में बात करने की कोशिश करें। इससे English बोलने के लिए Confidence और Motivation दोनो आपके अन्दर Develop होगा।

#4 English बोलने के लिए Practice कैसे Start करें?

किसी भी भाषा को सिखने के लिए आपको Highly Talanted होने की ज़रुरत नहीं बल्कि उस भाषा से घिरे होने की आवश्यकता होती है। हम अपनी मातृ भाषा अपने आप सिख जाते हैं यह इसका सबसे अच्छा उदहारण है। घर में हमेशा एक ही भाषा को सुनने बोलने के कारण ही यह प्रभाव पड़ता है। भले ही कोई व्यक्ति जितना भी मुर्ख हो या मानसिक रूप से पीड़ित हो उसे कोई ना कोई एक भाषा बोलना आता ही है।
कुछ लोग दुसरे देशों में पढाई करके भी English बोलना ठीक से सिख नहीं पाते। इसका एक सबसे बड़ा कारण होता है वे उन देशों में भी रहते समय अपने देश के कुछ दोस्तों से मिलते हैं उनके साथ अपने Local भाषा में बात करते हैं जिसके कारण वे English  ठीक से सिख नहीं पाते।
आपको बस जरूरत है कुछ ऐसे मित्रों, परिवार वालों की जो आपसे हमेशा English में बात करें और बस उसके बाद देखिये आप कितनी जल्दी अंग्रेजी बोलना सीखते हैं।

#5 English सिखने के लिए सही Source का उपयोग लें

Practice के विषय में तो हम बात कर ही चुके हैं की आप जितना Practice करेंगे उतना ही आप सीखेंगे। पर अगर आप किसी गलत English Sentence को अगर सिख रहे हैं बार-बार तो वो भी सही नहीं है। English सिखने के लिए आपको सही English Books, CDs या किसी भी Online Source की आवश्यकता होती है।
एक English ना जानने वाले व्यक्ति के साथ अंग्रेजी सिकना अच्छा और बुरा दोनों प्रकार का प्रभाव डाल सकता है। English बोलते समय आपको क्या अच्छा है और क्या बुरा इसकी पहचान करना आना चाहिए। एक दुसरे से English सिखने से आप गलतियां भी ढूंढ सकते हैं और जल्द से जल्द Spoken English भी सिख सकते हैं।
यह वो 5 महत्वपूर्ण नियम हैं जो Spoken English सिखने के लिए बहुत आवश्यक हैं। अगर आपको यह Points अच्छे लगे हों तो हमें




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Shayari

जो कर दे इशारा तो रुक जाऊंगा,गर करे तू  इशारा तो चुप जाऊंगा l कभी एक इशारा तू कर तो सही, तेरे एक इशारे पे मिट जाऊंगा l